ऑस्ट्रेलिया की पुरुष एवं महिला क्रिकेट टीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई सफलताएं हासिल की हैं। जब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अच्छी टीम के बारे में बात की जाती है, तो उसमें ऑस्ट्रेलिया का नाम जरूर आता है। महिला एवं पुरुष दोनों ही टीमों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई सारी ट्रॉफियां जीती हैं।
2021 में ऑस्ट्रेलिया पुरुष टीम ने टी 20 वर्ल्ड कप और महिला टीम ने 2022 में वनडे वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अन्य टीमें कई मामले में उनसे पीछे दिखाई देती हैं, इसीलिए कई लोगों का यह सवाल होता है कि आखिर ऑस्ट्रेलिया पुरुष एवं महिला क्रिकेट टीम इतनी अच्छी क्यों है?
ऑस्ट्रेलिया पुरुष एवं महिला टीम की उपलब्धियां:
50 ओवर वर्ल्ड कप में पुरुष टीम सर्वाधिक 5 बार और महिला टीम सर्वाधिक 7 बार खिताब जीत चुकी है। इसके अलावा टी 20 वर्ल्ड कप में महिला टीम सर्वाधिक 5 बार और पुरुष टीम एक बार चैम्पियन बनी है। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में एशेज सीरीज में पिछले तीन बार से ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम अपना खिताब बचाने में कामयाब रही है, जबकि सर्वाधिक 34 बार यह सीरीज जीत चुकी है। हाल ही में महिला टीम ने एशेज सीरीज 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ इकलौते टेस्ट में हारने की कगार पर खड़े होने के बावजूद मैच को ड्रॉ कराया था।
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ऑस्ट्रेलिया पुरुष एवं महिला क्रिकेट टीम इतनी अच्छी क्यों है?
दोनों टीमों के उपलब्धियों को देखने के बाद लोगों के मन में इस तरह का सवाल जरूर आता है। हालांकि इसके कई सारे कारण हो सकते हैं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का घरेलू क्रिकेट बहुत ही मजबूत माना जाता है और साथ ही साथ अन्तर्राष्ट्रीय टीम से बाहर रहने वाले या खाली समय में बड़े खिलाड़ी भी घरेलू टूर्नामेंट खेलते नजर आते हैं।
पुरुषों के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट टूर्नामेंट के रूप में शेफील्ड शील्ड, लिस्ट ए टूर्नामेंट के रूप में मार्श वनडे कप और टी20 क्रिकेट के लिए फ्रेंचाइजी आधारित बिग बैश लीग जैसे टूर्नामेंट का आयोजन होता है, जिसकी शुरुआत 2011 में हुई थी। इससे पहले यहां पर घरेलू स्तर का टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट केएफसी 20ट्वेंटी बिग बैश खेला जाता था, जिसे निष्क्रिय करके बिग बैश लीग शुरू किया गया था।
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इसके अलावा महिलाओं के लिए लिस्ट ए क्रिकेट टूर्नामेंट के रूप में वीमेंस नेशनल क्रिकेट लीग और टी 20 क्रिकेट के लिए वीमेंस बिग बैश लीग का आयोजन कराया जाता है। इन सभी टूर्नामेंट्स का स्तर भारतीय घरेलू टूर्नामेंट्स के मुकाबले काफी अधिक है। हालांकि भारत में आईपीएल का स्तर बिग बैश लीग के मुकाबले भले ही अधिक है, लेकिन घरेलू स्तर पर सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी का आयोजन कराया जाता है।
जहां एक ओर आईपीएल में सिर्फ घरेलू क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों को ही जगह मिलती है, वहीं बिग बैश लीग में लगभग सभी घरेलू ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। हालांकि महिला टेस्ट क्रिकेट को अभी तक उतना महत्व नहीं दिया जाता है इसीलिए ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं के लिए फिलहाल कोई भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं कराया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया महिला एवं पुरुष दोनों टीम के खिलाड़ियों को बराबर वेतन देती है, जिससे लैंगिक भेदभाव खत्म हो सके। इसीलिए इस देश में पुरुषों की तरह बेहतरीन महिला क्रिकेटर भी उभरकर आती रहती हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोचिंग स्टाफ अक्सर पूर्व अनुभवी खिलाड़ियों से भरा होता है, जो सभी स्थितियों में परिपक्व होता है।
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अक्सर आपने देखा होगा कि बड़े अंतरराष्ट्रीय सीरीज या टूर्नामेंट में पूर्व अनुभवी खिलाड़ी सलाहकार के रूप में भी नियुक्त किए जाते हैं, जो उन्हें चुनौतियों से निपटना सीखाते हैं। इसीलिए ऑस्ट्रेलियाई टीम सभी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खिताब जीतने के प्रबल दावेदार होते हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम का खिताब जीतने का जज्बा और नॉक आउट मैचों में बेहतर प्रदर्शन उन्हें अन्य टीमों से अलग बनाता है।