Rituraj Gaikwad

देश में प्रतिभाशाली क्रिकेटरों की कोई कमी नहीं है और हर खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए जी-तोड़ मेहनत करता रहता है। ऐसे ही एक खिलाड़ी का नाम है ऋतुराज गायकवाड़ जिन्होंने हार ना मानते हुए लगातार कोशिश की और आज के समय में ये टीम के एक अहम बल्लेबाज बन चुके है। ऋतुराज ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और इसके बाद उन्हें चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से आईपीएल में खेलने का मौका मिला। आइये ऋतुराज गायकवाड़ के बारें में जानने की कोशिश करते है।

ऋतुराज गायकवाड़ का जीवन परिचय

ऋतुराज का जन्म 31 जनवरी 1997 के दिन महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। इनके पिताजी दशरथ गायकवाड़ जो DRDO में कार्यरत है जबकि इनकी माताजी सविता गायकवाड़ एक शिक्षिका है। ऋतुराज का जन्म एक संयुक्त परिवार में हुआ था और इनका बचपन चचेरे भाइयों के साथ बीता था लेकिन उनमें से किसी की भी रुचि क्रिकेट के प्रति नहीं थी। तो वहीं ऋतुराज महज 5 वर्ष की उम्र से एक क्रिकेटर बनने का ख्वाब देखने लगे थे।

कहा जाता है कि जब वो महज 5 साल के थे तो ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूज़ीलैंड के बीच चल रहे मैच के दौरान ब्रेंडन मैककुलम के द्वारा लगाए गए छक्के को देखकर उन्होंने क्रिकेटर बनने का निर्णय ले लिया था। जब वो 11 वर्ष के हुए तो उन्होंने पुणे में स्थित वेंगसरकर क्रिकेट अकादमी को जॉइन किया जहां उन्होंने क्रिकेट के गुर सीखे।

ऋतुराज गायकवाड़ का घरेलू क्रिकेट करियर

ऋतुराज ने 2014-15 के कूच बिहार ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाए, उन्होंने मात्र 6 मैचों में तीन शतक एवं 1 अर्धशतक की मदद से 826 रन बनाए। ऋतुराज ने सबसे पहले महाराष्ट्र के लिए अंडर-16 में खेलना शुरू किया और जिसके बाद 2016 में उन्होंने रणजी ट्रॉफी के 2016-17 सत्र में महाराष्ट्र के लिए पर्दापण किया। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया जिसके बाद उनका चयन 2016 में हुए अंडर-19 विश्वकप के लिए भारतीय टीम में हुआ।

अंडर-19 विश्वकप में ऋतुराज का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दुबारा से उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। कूच बिहार ट्रॉफी में उन्होंने 7 मैचों में 875 रन बनाए जिसमें 4 शतक एवं 3 अर्धशतक शामिल थे।

ऋतुराज के क्रिकेट करियर के महत्वपूर्ण बिंदु

2018-19 का घरेलू सत्र ऋतुराज के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, इस सत्र में उन्होंने रणजी एवं विजय हजारे ट्रॉफी में दमदार प्रदर्शन दिखाया। उनके इस बेहतरीन खेल के चलते उनका चयन इंडिया-ए के लिए हुआ। 2019 में गायकवाड़ ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ बोर्ड प्रेसिडेंट XI की तरफ से खेलते हुए शतक जड़ा और उसके बाद उनका चयन श्रीलंका A के खिलाफ वन-डे सीरीज के लिए हुआ। जहां उन्होंने पहले ही मैच में 136 गेंदों पर ताबड़तोड़ नाबाद 187 रनों की पारी खेली तो दूसरे ही मैच में उन्होंने नाबाद 125 रन ठोंक डालें।

ऋतुराज गायकवाड़ का IPL करियर

घरेलू एवं इंडिया ए के लिए निरंतर रूप से शानदार प्रदर्शन करने के कारण 2018 में हुई आईपीएल नीलामी में चेन्नई सुपरकिंग्स ने उन्हें उनकी बेस प्राइस 20 लाख रुपये में खरीदा था। 2019 के सत्र में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन उनके लिए चेन्नई के कैम्प में दिग्गज खिलाड़ियों जैसेकि महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, ड्वेन ब्रावो इत्यादि के साथ समय बिताना काफी फायदेमंद रहा। 2020 के सीजन में भी उन्हें कोई खास मौके नहीं मिले लेकिन जब चेन्नई सुपरकिंग्स फाइनल की दौड़ से बाहर हो गई थी तो उन्हें आखिरी तीन लीग मैचों में खेलने का मौका मिला जहां उन्होंने तीनों मैचों में अर्धशतक लगा कर सबका ध्यान अपनी तरफ खींच लिया। 2021 के सत्र में उन्होंने सर्वाधिक 635 रन बनाए और ऑरेंज केप के विजेता बने।

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