सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान माना जाता है। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में कई सारे बड़े-बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया था तो उनके सामने विश्व क्रिकेट के कई सारे दिग्गज गेंदबाज खेला करते थे, जिनकी आक्रामक गेंदबाजी का सामना करना काफी मुश्किल हुआ करता था। आजकल के युवाओं के बीच एक सवाल बहुत ही प्रचलित रहता है कि सचिन तेंदुलकर महान खिलाड़ी क्यों हैं?
भारत में कई सारे ऐसे क्रिकेटर पैदा हुए हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम रोशन किया है और कई सारे रिकॉर्ड भी बनाए हैं। विश्व क्रिकेट में जब भी सबसे बेहतरीन बल्लेबाज का नाम लिया जाएगा तो उसमें सचिन तेंदुलकर का नाम अवश्य ही शामिल होगा। वर्तमान समय में विराट कोहली की तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है।
हालांकि कई अनुभवी क्रिकेट विशेषज्ञ और फैंस यह मानते हैं कि दोनों की तुलना करना सही नहीं है। क्योंकि सचिन तेंदुलकर के समय क्रिकेट काफी मुश्किल हुआ करता था और उस समय विश्व क्रिकेट में कई सारे आक्रामक गेंदबाज हुआ करते थे जो अपनी गेंदबाजी से विपक्षी बल्लेबाजों को खूब परेशान किया करते थे।
सचिन तेंदुलकर महान खिलाड़ी क्यों हैं?
सचिन तेंदुलकर ने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू किया था। 1990-2000 के बीच कर्टली एम्ब्रोज, वसीम अकरम, वकार यूनिसऔर एलन डोनाल्ड सबसे खतरनाक गेंदबाज माने जाते थे। इसके बाद 2000-2010 तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शेन वॉर्न, मुथैया मुरलीधरन, शोएब अख्तर और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे गेंदबाजों ने अपना जलवा दिखाया।
सचिन तेंदुलकर ने इस सभी गेंदबाजों के सामने बेहतरीन बल्लेबाजी की। पाकिस्तान दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड को छोड़ दिया जाए तो अन्य सभी टीमों के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 50 से अधिक का है,जबकि उपर्युक्त तीन टीमों के खिलाफ उनका औसत 42 से अधिक है। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका के अलावा सभी बड़ी टीमों के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी औसत 40 से अधिक की रही है।
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वर्तमान समय में क्रिकेट के नियमों में काफी बदलाव हुआ है और अब क्रिकेट उतना मुश्किल नहीं रह गया है। इसके साथ ही साथ आज के समय में तेज गेंदबाजी में भी वह बात नहीं रह गई है, जो पहले के समय में हुआ करता था। एक समय कैरेबियाई गेंदबाजों के सामने किसी भी बल्लेबाज का टिकना काफी मुश्किल होता था।
बाद में पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने पूरी दुनिया में अपना जलवा कायम किया। ऐसी स्थिति में भी सचिन तेंदुलकर ने सभी देशों के गेंदबाजों के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने टीम को जीत दिलाई। 1996 और 2003 वर्ल्ड कप में वे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। इसके अलावा 2011 वर्ल्ड कप में वे इस सूची में दूसरे नंबर पर थे।
सचिन तेंदुलकर के करियर में बनाए गए रिकॉर्ड्स और आक्रामक गेंदबाजों के सामने बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें महान खिलाड़ी माना जाता है। भले ही कोई खिलाड़ी उनके रिकॉर्ड को तोड़ दे और उनसे आगे निकल जाए, लेकिन फिर भी वे हमेशा सबसे महान खिलाड़ी माने जाएंगे।
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सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट करियर के आकंड़े:
सचिन तेंदुलकर के नाम वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक 18426 रन और टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक 15921 रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 53.79 और वनडे क्रिकेट में 44.83 है। इतना ही नहीं उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक 51 शतक और वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक 49 शतक जड़े हैं। सचिन वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज थे।
इसके अलावा उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 201 विकेट भी चटकाए हैं। तेंदुलकर ने अपने करियर में मात्र एक अंतर्राष्ट्रीय टी20 मैच खेला है, जो भारत का पहला T20I मैच था। इस मैच में भी उन्होंने एक विकेट अपने नाम किया था।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सचिन ने 110 मैचों में 30 शतकों के साथ 9,475 रन बनाए हैं, जबकि लिस्ट ए क्रिकेट में उन्होंने 88 मैच खेलते हुए 11 शतकों की मदद से 3,573 रन बनाए हैं। आईपीएल में भी उन्होंने 78 मैचों में 2,334 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और 13 अर्धशतक शामिल है। वे आईपीएल 2010 में ऑरेंज कैप होल्डर भी रह चुके हैं।