पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) की फ्रेंचाइज़ी मुल्तान सुल्तान्स ने एक वीडियो पोस्ट करके भारतीय क्रिकेट फैंस को नाराज़ कर दिया है। इस वीडियो में टीम के मैस्कॉट को PSL ट्रॉफी के साथ दिखाया गया है, जबकि पृष्ठभूमि में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की आवाज़ सुनाई दे रही है। रोहित शर्मा की यह आवाज़ उस प्रेस कॉन्फ्रेंस से ली गई है, जहां उन्होंने ICC चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद कहा था, “ट्रॉफी जीतना आसान नहीं होता।”
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और भारतीय फैंस इस पर आगबबूला हो गए हैं। उनका कहना है कि मुल्तान सुल्तान्स ने रोहित शर्मा की आवाज़ का इस्तेमाल करके भारतीय क्रिकेट की उपलब्धियों को कम करने की कोशिश की है।
फैंस का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूटा
सोशल मीडिया पर भारतीय फैंस ने इस वीडियो की जमकर आलोचना की है। उन्होंने इसे “शर्मनाक” और “निराशाजनक” करार दिया है। कुछ यूजर्स ने तो यहां तक कहा कि पाकिस्तानी टीम को भारतीय क्रिकेटर्स की आवाज़ और उपलब्धियों से दूर रहना चाहिए।
- एक यूजर ने लिखा, “रोहित शर्मा की आवाज़ का इस्तेमाल करके आपने अपनी ही टीम की कमजोरी दिखा दी।”
- दूसरे यूजर ने कहा, “जब ब्रेड हॉग ने रिजवान की अंग्रेजी पर मजाक बनाया था, तब आप लोग कहां थे? अब भारतीय क्रिकेटर्स की आवाज़ चुराने की हिम्मत कैसे हुई?”
- एक अन्य यूजर ने लिखा, “PSL को अपनी पहचान खुद बनानी चाहिए, न कि भारतीय क्रिकेटर्स की आवाज़ चुराकर।”
PSL 2024 का आगाज़ जल्द
पाकिस्तान सुपर लीग का 10वां सीजन 11 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इस सीजन का पहला मुकाबला इस्लामाबाद यूनाइटेड और लाहौर कलंदर्स के बीच रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। इस सीजन में कुल 34 मैच खेले जाएंगे, जिनमें से 13 मैच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में होंगे। टूर्नामेंट का फाइनल 18 मई को खेला जाएगा।
क्या है मामले की असलियत?
मुल्तान सुल्तान्स ने जिस वीडियो को पोस्ट किया है, उसमें रोहित शर्मा की आवाज़ का इस्तेमाल ट्रॉफी जीतने की चुनौती को दर्शाने के लिए किया गया है। हालांकि, भारतीय फैंस का मानना है कि यह एक सस्ता प्रोपेगैंडा है, जो भारतीय क्रिकेट की सफलता से प्रेरित है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि PSL को अपनी अलग पहचान बनाने के लिए ऐसे विवादों से बचना चाहिए। उनका कहना है कि भारतीय क्रिकेटर्स की उपलब्धियों को नकल करने की बजाय, पाकिस्तानी टीमों को अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
अब क्या होगा?
अब देखना यह है कि मुल्तान सुल्तान्स या PSL प्रबंधन इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया देते हैं या नहीं। वहीं, भारतीय फैंस ने साफ कर दिया है कि वे ऐसे किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे, जो भारतीय क्रिकेट की उपलब्धियों को कम करने की कोशिश करे।
क्या आपको लगता है कि PSL ने सही किया? या फिर यह एक अनावश्यक विवाद है? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं!