अगर आप किसी भी क्रिकेट प्रेमी से पूछेंगे कि इस समय विश्व का सबसे खतरनाक गेंदबाज कौन है या आप किसी बल्लेबाज से जानना चाहेंगे कि उन्हें किस गेंदबाज के सामने बल्लेबाजी करने से डर लगता है तो आपको सिर्फ एक ही जवाब मिलेगा- जसप्रीत बुमराह। यह वही गेंदबाज है जिसने आजकल बल्लेबाजों की नाक में दम कर रखा है।
जसप्रीत बुमराह इस समय विश्व के शीर्ष गेंदबाजों में शुमार करते है और वो भारतीय तेज गेंदबाजी के आक्रमण की रीढ़ की हड्डी है। बुमराह ने जबसे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण किया है जबसे ही उन्होंने विश्व क्रिकेट में धूम मचा रखी है।
बुमराह का निजी जीवन
जसप्रीत बुमराह इनका पूरा नाम जसप्रीत जसबीर सिंह बुमराह है। जसप्रीत बुमराह का जन्म 6 दिसंबर 1993 को गुजरात के एक मध्य-वर्गीय रामगढ़िया परिवार में हुआ था। बुमराह की माता का नाम जसबीर सिंह है और माता का नाम दलजीत कौर है। बुमराह के पिताजी जसबीर सिंह जो एक इंडस्ट्रलिस्ट थे और उनकी माताजी अहमदाबाद के एक स्कूल में प्रिंसिपल थी। जब बुमराह केवल 7 साल के थे तब उनके पिताजी का देहांत हो गया था। बुमराह की एक बहन भी है जिनका नाम जुहीका बुमराह है।
क्रिकेट जीवन की शुरुआत
जसप्रीत बुमराह ने क्रिकेट खेलने की शुरुआत तो स्कूल से ही कर दी थी। पर स्टेट लेवल पर खेलने की शुरुआत 2013 में की थी। बुमराह दाएं हाथ के तेज गेंदबाज है। उन्होंने 2013-2014 के रणजी सीजन में विदर्भ के खिलाफ पर्दापण किया। उन्होंने अपने पहले ही मैच में गुजरात के लिए 7 विकेट झटके और अपने जीवन के पहले ही रणजी सत्र में उन्होंने सबसे ज्यादा विकेट झटके।
बुमराह अपने अजीब लगने जैसे एक्शन के साथ गेंदबाजी करने की वजह से सुर्खियों में भी बने रहे थे। रणजी में प्रभावशाली प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने 2012-13 के सईद मुश्ताक अली ट्रॉफी में T-20 खेलने की शुरुआत की। अपना पहला मैच बुमराह ने महाराष्ट्र के खिलाफ खेला।
आईपीएल क्रिकेट
रणजी और घरेलू क्रिकेट में धूम मचाने के बाद बुमराह की बारी थी अब आईपीएल (IPL) की। उन्होंने मात्र 19 वर्ष की उम्र में ही आईपीएल 2013 में अपनी धाक जमानी शुरू कर दी थी और मुम्बई इंडियंस स उन्होंने खेलना शुरू किया। अपने पहले ही मैच में उन्होंने RCB के खिलाफ 32 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किये। हालांकि उन्हें इस टूर्नामेंट में ज्यादा मैच खेलने का मौका नही मिला।
परंतु उनके लगातार घरेलू स्तर के अच्छे प्रदर्शन से उन्हें मुम्बई इंडियंस ने 2014 सत्र के लिए भी खरीद लिया। 2018 के सत्र में बुमराह ने 78 विकेट अपने नाम किये थे।
अंतराष्ट्रीय स्तर पर धाक जमाई
उनका टीम इंडिया में चयन भी बिना किसी योजना के हुआ था। दरअसल 2015-16 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का चयन हुआ था। लेकिन फिर भुवनेश्वर कुमार चोटिल हो गए और उनकी जगह जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया बुलाया गया।
बुमराह ने अपना पहला अंतराष्ट्रीय T-20 27 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला। इसी दौरे पर उन्होंने 23 जनवरी 2016 को एकदिवसीय क्रिकेट में डेब्यू किया। अब तो बुमराह एकदिवसीय और T-20 में भारतीय टीम के नियमित सदस्य बन गए। बुमराह ने योर्कर से अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों की नींद उड़ा दी। लगातार योर्कर डालने के कारण उन्हें योर्कर किंग भी कहा जाने लगा।
टेस्ट मैच में पर्दापण
2017-18 के भारत के दक्षिण अफ्रीकी दौरे के लिए टेस्ट टीम में उनका चयन हुआ था। उन्होंने 5 जनवरी 2018 को कैप्टाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट करियर की शुरुआत की। टेस्ट मैच में उनका पहला विकेट महान दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज AB डिविलियर्स का था। इस दौरे पर खेले गए तीसरे मैच में उन्होंने एक पारी में पहली बार 5 विकेट झटके। इसके बाद बुमराह लगातार हर सीरीज में धमाकेदार प्रदर्शन करने लगे।