पाकिस्तान के अनुभवी सलामी बल्लेबाज फखर जमान, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे के खिलाफ आगामी दौरों के लिए पाकिस्तान की सफेद गेंद की टीमों और केंद्रीय अनुबंध सूची से बाहर रखा गया है, अब संन्यास लेने पर विचार कर रहे हैं। Cricket Pakistan को उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि हालिया चयन में उनकी अनदेखी ने उनके मनोबल को गहरा धक्का पहुँचाया है और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के असंगत व्यवहार से उनकी नाराज़गी और बढ़ गई है।
चयन से बाहर होने और फिटनेस मानकों से निराशा
PCB का फखर को बाहर करने का हालिया फैसला उनके फिटनेस टेस्ट में विफलता के बाद आया, जिसमें 2 किलोमीटर दौड़ को आठ मिनट के भीतर पूरा करने की शर्त थी। घुटने की चोट से जूझ रहे फखर इस समय सीमा में दौड़ को पूरा नहीं कर पाए, जिसके कारण चयन पर असर पड़ा हो सकता है। हालांकि, खिलाड़ी के करीबी सूत्रों का कहना है कि ऐसे अन्य खिलाड़ी, जो इस फिटनेस मानदंड को पूरा करने में असफल रहे थे, उन्हें अनुबंध और आगामी श्रृंखला में चयनित किया गया, जिससे फखर को यह महसूस हुआ कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है।
उदाहरण के लिए, उस्मान खान ने अपने फिटनेस टेस्ट को आधे में ही रोक दिया था, फिर भी उन्हें अनुबंध दिया गया और ऑस्ट्रेलिया तथा जिम्बाब्वे श्रृंखला के लिए टीम में भी चुना गया। इस दोहरे मापदंड ने फखर की नाराज़गी को और बढ़ा दिया और संभवतः उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दूर जाने पर विचार करने के लिए प्रेरित किया।
PCB अनुबंध में असंगतता
फिटनेस के अलावा, PCB के अनुबंध आवंटन में भी असंगतता को फखर के खेमे ने इंगित किया है। पाकिस्तान के प्रमुख विकेट-टेकिंग गेंदबाज शाहीन अफरीदी, जिन्हें जुलाई 2023 से B श्रेणी में रखा गया था, जबकि उनके समकक्ष नसीम शाह, जिनके पास हारिस रऊफ से भी कम विकेट हैं, B श्रेणी में बरकरार रहे। बाबर आज़म, जिनका हालिया फॉर्म संघर्षपूर्ण रहा है, A श्रेणी में बने रहे। इन असंगतियों ने टीम में विभाजन की स्थिति को और बढ़ा दिया है।
बाबर आज़म के समर्थन में ट्वीट और PCB से बढ़ता तनाव
फखर ने इस साल की शुरुआत में बाबर आज़म के समर्थन में ट्वीट किया था, जब PCB ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में बाबर को आराम देने का निर्णय लिया। कुछ अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि हालिया कैंप के दौरान फखर के इस रुख ने PCB में उनकी स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाला, जो उनकी हालिया अनदेखी में योगदान कर सकता है।
इन घटनाओं ने पाकिस्तान क्रिकेट को एक संभावित मोड़ पर खड़ा कर दिया है। फखर जमान का संन्यास लेना न केवल पाकिस्तान की ODI और T20 टीमों के लिए एक युग का अंत होगा, बल्कि यह PCB के फैसलों पर भी कई सवाल उठाएगा।