ड्रीम 11 ने सभी प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ते हुए इस साल आईपीएल की स्पोंसरशिप जीत ली है। ड्रीम 11 ने 222 करोड़ की सबसे ऊँची बोली लगा कर आईपीएल की स्पोंसरशिप करीब साढ़े चार महीने के लिए अपने नाम कर ली है। पहले आईपीएल की टाइटल स्पोंसरशिप वीवो के नाम पर थी, पर भारत में चीन विरोधी माहौल के चलते चीनी मोबाइल कंपनी वीवो ने अपने हाथ पीछे खींच लिए।
वीवो ने स्पोंसरशिप 2199 करोड़ में 5 साल के लिए खरीदी थी। पर उसके पीछे हटने से BCCI को लास्ट मिनट स्पोंसरशिप के लिए दुबारा से नीलामी शुरू करनी पड़ी। गौरतलब है कि स्पॉन्सरशिप की दौड़ में स्वामी रामदेव की कंपनी पतंजलि, टाटा, बायजूज और अनएकेडमी भी थे, लेकिन ड्रीम 11 ने सभी को पीछे छोड़ दिया है.
ये भी पढ़े: आईपीएल में सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी करने वाले कप्तान
ड्रीम 11 ने Unacademy (INR 171 करोड़) और Byju’s (INR 201 करोड़) को हराकर यह सौदा हासिल किया जो 18 अगस्त से 31 दिसंबर, 2020 तक चलेगा। सूत्रों के अनुसार टाटा समूह ने बोली ही नहीं लगाई।
ये भी पढ़े: डेविड वार्नर, आरोन फिंच, स्टीवन स्मिथ, मैक्सवेल शुरू के आईपीएल मैच नहीं खेल पाएंगे
2018 में बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों के बीच राजस्व साझेदारी समझौते के अनुसार, फ्रेंचाइजी मालिकों में डील का 50 प्रतिशत बांटा जायेगा। इसका मतलब है कि लगभग INR 111 करोड़ इस सीजन के लिए फ्रैंचाइजी के बीच बांटे जाएंगे, क्योंकि ड्रीम 11 ने 222 करोड़ का करार किया है। यह राशि पिछले साल की तुलना में आधी है, पिछले साल 275 करोड़ टीम मालिकों ने आपस में बांटे थे।