न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अपने घरेलू मैदान पर दो दशकों में पहली बार 0-3 की हार ने भारतीय क्रिकेट में हलचल मचा दी है। प्रशंसकों और क्रिकेट विशेषज्ञों की आलोचना का सामना कर रही टीम के प्रदर्शन पर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर BCCI के उस फैसले पर नाराजगी जताई है, जिसमें दिग्गज खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा को घरेलू मुकाबलों से आराम दिया गया, जबकि टीम के प्रदर्शन पर पहले से ही उंगलियाँ उठ रही थीं।
मांजरेकर ने यह सवाल उठाया कि क्या कोहली और रोहित का कद BCCI के नियमों से ऊपर रखा जा रहा है, क्योंकि चयनकर्ताओं ने उन्हें महत्वपूर्ण घरेलू टूर्नामेंट, दलीप ट्रॉफी, से बाहर रखने का फैसला किया। मांजरेकर ने लिखा, “इस घरेलू सीजन से चयनकर्ताओं को जो बड़ी सीख मिली है, वह यह है कि पहले से आराम कर चुके खिलाड़ियों को उनके कद के कारण आराम नहीं देना चाहिए। रोहित और विराट दोनों को सीजन की शुरुआत में दलीप ट्रॉफी खेलकर ही लाभ होता।”
रोहित शर्मा और टीम पर तीखी आलोचना
भारत की इस अप्रत्याशित हार ने आगामी 2024-2025 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज से पहले चिंता बढ़ा दी है। बेंगलुरु में शुरुआती हार के बाद भारत के उभरने की उम्मीद थी, लेकिन पूरी सीरीज में टीम संघर्ष करती नजर आई। पुणे और मुंबई की स्पिन-फ्रेंडली पिचों पर मिचेल सैंटनर और एजाज पटेल ने भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरियों को उजागर कर दिया। विशेष रूप से वानखेड़े में पटेल ने अकेले ही भारत की बैटिंग लाइनअप को 11 विकेट लेकर ध्वस्त कर दिया।
अब जबकि भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करना है, उनके सामने शेष पांच में से चार मैच जीतने की कठिन चुनौती है।